मेरे पास शब्द नहीं हैं....... भूखे वंचित के मुख से छीने कौर नहीं खाए जाते.....मैं दिल्ली दरबार में सारे प्रश्न उठाने आया हूँ.. .....ऐसी ही भावना से ही अभी दिल खौल रहा है.
आक्रोश की बहुत अच्छी प्रस्तुति....
बहुत सुन्दर एवं सशक्त प्रस्तुति.....पुरूस्कार के लिए बधाई...सादरअनु
behad josh se bhari kavita...badhai
मेरे पास शब्द नहीं हैं....... भूखे वंचित के मुख से छीने कौर नहीं खाए जाते.....मैं दिल्ली दरबार में सारे प्रश्न उठाने आया हूँ.. .....ऐसी ही भावना से ही अभी दिल खौल रहा है.
जवाब देंहटाएंआक्रोश की बहुत अच्छी प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर एवं सशक्त प्रस्तुति.....
जवाब देंहटाएंपुरूस्कार के लिए बधाई...
सादर
अनु
behad josh se bhari kavita...badhai
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